मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन हमारे देश में इसे लेकर खुलकर बात कम ही की जाती है। अब मेंटल हेल्थ को लेकर जागरुकता फैलने लगी है। बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने इसे लेकर सार्वजनिक रूप से बात की।दीपिका का सार्वजनिक रूप से डिप्रेशन की बात को स्वीकार करना इस क्षेत्र में एक बड़ा कदम था। वे हमेशा डिप्रेशन से अपनी जंग को लेकर खुलकर बात करती रही हैं।
वे लिव, लव, लाफ नाम की एक फाउंडेशन भी चलाती हैं। उन्हें उनकी इन्हीं कोशिशों के चलते और मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने पर वर्ल्ड इकनॉमिक फॉरम की ओर से क्रिस्टल अवॉर्ड से नवाजा गया।
हाल ही में दीपिका इस इवेंट के लिए स्विटजरलैंड के दावोस शहर पहुंची थीं। यहां उन्हें मेंटल हेल्थ के क्षेत्र में उनके सराहनीय काम के लिए क्रिस्टल अवॉर्ड से नवाजा गया। इस दौरान दीपिका की स्पीच का वीडियो भी वायरल हो रहा है। इस दौरान उन्होंने 2014 में अपनी हालत के बारे में बात की और वे इससे कैसी निकलीं इस बारे में बताया। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता को भी समझाया। दीपिका ने अपनी फाउंडेशन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में भी बताया।
अपनी हालत के बारे में बात करते हुए दीपिका ने कहा कि 15 फरवरी 2014 को मुझे याद है कि मैं अपने पेट में अजीब से अहसास के साथ जगी थी। मुझे खालीपन और दिशाहीन महसूस हो रहा था। मैं चिड़चिड़ी हो गई और किसी ऐसे व्यक्ति के लिए, जिसे मल्टी-टास्क और निर्णय लेना पसंद हो, अचानक बोझ की तरह महसूस होने लगा। हर सुबह जागना एक संघर्ष बन गया था। मैं थक गई थी और मैं अक्सर हार मानने के बारे में सोचती थी।
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है जब दीपिका ने अपनी हालत के बारे में बात की हो। वे इससे पहले भी इस बारे में बता चुकी हैं। वर्क फ्रंट की अगर बात करें तो 10 जनवरी को ही दीपिका की फिल्म छपाक रिलीज हुई है। ये फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर आधारित है। अब दीपिका रणवीर सिंह के साथ फिल्म 83 में दिखेंगी।