मूवी रिव्यु: इंडियाज मोस्ट वांटेड और मोदी की बायोपिक

Kumari Mausami
इंडियाज मोस्ट वांटेड वैसे तो एक अच्छी फिल्म है। इसमें फ्लो के साथ-साथ फैक्ट्स भी हैं। वहीं फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी', मोदी के साहस, बुद्धिमत्ता, धैर्य और समर्पण को दर्शाती हुई नजर आ रही हैं।इंडियाज मोस्ट वांटेड वैसे तो एक अच्छी फिल्म है। इसमें फ्लो के साथ-साथ फैक्ट्स भी हैं। वहीं फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी', मोदी के साहस, बुद्धिमत्ता, धैर्य और समर्पण को दर्शाती हुई नजर आ रही हैं।इंडियाज मोस्ट वांटेड: फिल्म का नरेटिव छोटा करके इसे 2 घंटे में समेटा जा सकता था। वहीं फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी' में एक्टिंग से लेकर कैरेक्टर्स, सीन्स, राइटिंग और डायरेक्शन में कई खामियां देखने को मिली।
 'इंडियाज मोस्ट वांटेड' 
फिल्म की कहानी 5 इंटेलीजेंस ऑफिसर्स से शुरू होती है। जिसे लीड प्रभात सिंह(अर्जुन कपूर) कर रहे होते हैं। उन्हें इंडिया के सबसे खूंखार और वांटेड आतंकवादी को 4 दिन में पकड़कर भारत वापस लाने का टास्क मिलता है। फिल्म की कहानी पांच ऐसे लोगों के इर्द- गिर्द घूमती है जो भारत के ओसामा कहे जाने वाले आतंकवादी को पकड़ने की कोशिश में लगे हैं और देश में हो रहे आतंकी हमलों को रोकना चाहते हैं। इंडियाज मोस्ट वांटेड वैसे तो एक अच्छी फिल्म है। इसमें फ्लो के साथ-साथ फैक्ट्स भी हैं। फिर भी फिल्म उतनी उभरकर सामने नहीं आ पाई है। फिल्म में ऐसे कई मूमेंट्स हैं जो आपको परेशान करते हैं। फिल्म में अर्जुन कपूर का आतंकवादी को चेज करने वाला सीन थोड़ी देर के लिए आपको पकड़कर रखता है। बावजूद इसके भी फिल्म के फर्स्ट हाफ में ऐसे कई सीन्स हैं जो बेवजह के लगते हैं। मूवी का सेकंड हाफ ही है जो आपको बांधकर रखता है। फिल्म के कई सीन्स ऐसे हैं जो कई सवाल भी खड़े करते हैं कि ऐसा क्यों?

पीएम नरेंद्र मोदी

फिल्म की कहानी पीएम नरेंद्र दामोदरदास मोदी के साहस, बुद्धिमत्ता, धैर्य और समर्पण को दर्शाती हुई नजर आ रही हैं। फिल्म में पीएम नरेंद्र मोदी की भूमिका में विवेक ओबेरॉय नजर आ रहे हैं। हालांकि जब फिल्म की शुरूआत होती है तो विवेक को पीएम मोदी के लुक में देखना थोड़ा अजीब लगता है। विवेक ओबेरॉय ने ठीक-ठाक एक्टिंग की है, लेकिन पूरी फिल्म में ये बहुत इंप्रेसिव नहीं रही।




'इंडियाज मोस्ट वांटेड' की बात करें तो फिल्म में अर्जुन कपूर ने अपने रोल के साथ न्याय किया है। वहीं फिल्म के बाकी कलाकार प्रवीण सिंह सिसोदिया, बजरंगबली सिंह, देवेंद्र मिश्रा, आसिफ खान, जीतेंद्र शास्त्री ने भी अच्छी परफॉर्मेंस दी है। वहीं व‍िवेक ओबेरॉय ने पीएम नरेंद्र मोदी की बायोप‍िक को अपनी फिल्मों में कमबैक के लिए चुना, लेकिन उनकी अदाकारी फिल्म में न‍िराश करने वाली है।

'इंडियाज मोस्ट वांटेड' की बात करें तो सिनेमटॉग्रफी की तारीफ करनी होगी। संगीत की बात करें तो फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक थ्रिलर कहानी के हिसाब से इम्पैक्ट नहीं जमा पाता। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी में तकनीकी रूप से फिल्म की सिनेमैटोग्राफी कमाल की है।  एडिटिंग पर थोड़ा और काम किया जाता तो बेहतर होता। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर उम्दा है जिसके कारण फिल्म आप को बांधे रखती है।

अगर आप खुफिया मिशन वाली फिल्मों के शौकीन है और इंडियाज मोस्ट वांटेड से किसी सस्पेंस थ्रिलर की उम्मीद लगाए हैं, तो फिल्म आपको निराश कर सकती है। वहीं अगर आप पीएम मोदी के फैन हैं तो आपको ये फिल्म पसंद आएगी, लेकिन अगर आप अच्छे कंटेंट की तलाश में ये फिल्म देखने जा रहे हैं तो आपको निराशा हो सकती है।



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