आपको बताते चलें की हमारे हिन्दू धर्म में शरद पूर्णमा काफी महत्वपूर्ण दिन माना जाता हैं, इस दिन से ही शरद ऋतु का आरंभ होता हैं। इतना ही नहीं यहीं वो दिन हैं जब चंद्रमा अपने सोलह कलाओं से युक्त होता हैं, ऐसी मान्यता हैं कि इस दिन चंद्रमा से अमृत की वर्षा होती हैं, यह धन, प्रेम और स्वास्थ्य संबंधी लाभ पहुंचाती हैं। शरद पुर्णिमा के दिन ही भगवान कृष्ण ने महारास रचाया था, आज के दिन ही भगवान कृष्ण सभी गोपियों के लिए कृष्ण बने थे, इसलिए इस महारास पुर्णिमा कहा जाता हैं। शरद पुर्णिमा के दिन व्रत रखने का विधान हैं, ऐसा माना जाता हैं कि इस दिन व्रत रखने से सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं| व्रत रखने के साथ इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विधान हैं। इसके अलावा शरद पुर्णिमा के दिन कई तरह के उपाय किए जाते हैं क्योंकि ऐसा कहा जाता हैं कि इस दिन किया गया कोई भी उपाय बहुत जल्दी फलीभूत होता हैं। इस दिन जरूरतमंदों को दान करे, इससे लाभ होता हैं। शरद पुर्णिमा के दिन लहसुन, प्याज, मांस, मछली और नशीले पदार्थों का सेवन ना करे। शरद पुर्णिमा के दिन खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखने की प्रथा हैं, ऐसा कहा जाता हैं कि इस दिन चंद्रमा की रोशनी से अमृत की बरसात होती हैं। यदि खीर को इस रोशनी में रखा जाए और उसका सेवन किया जाए तो सभी असाध्य रोग दूर हो जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको एक मंत्र के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप चंद्रमा को देखकर बोल दे, ऐसा करने से आपको बहुत सारा धन लाभ मिलेगा।
शरद पूर्णिमा चाँद को देख बोले ये मन्त्र
शरद पुर्णिमा के दिन जब चाँद आसमान में निकल जाए और अपनी चाँदनी रोशनी बिखरने लगे तो आप अपने घर के छत पर जाए। अपने साथ एक घी का दीपक लेकर जाए, इसे वहाँ रखे जहां से चाँद निकला हैं। अब आप अपना दोनों हाथ जोड़कर चाँद की ओर मुखकर करके इस मंत्र ‘ॐ सोम सोमाय नमः’ का जाप 11 या 21 बार करे। मंत्र का जाप करने के बाद वहीं खड़े होकर परिक्रमा करे, परिक्रमा करने के बाद आप चंद्रमा से अपनी मनोकामना और समस्या बोले, इसके साथ इसे पूर्ण होने की कामना भी करे। अब यह उपाय सम्पन्न हुआ, कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि आपकी समस्या धीरे-धीरे समाप्त होने लगी हैं और आपकी जो मनोकामना हैं वो आपको पूरी होती नजर आने लगेंगी।