फिल्म रिव्यू : हॉट 'मलंग' में जबरदस्त ट्विस्ट, बाजी मार ले गए अनिल-कुनाल, इतने मिले स्टार
फिल्म की कहानी को सेट किया गया है, गोवा में। कहानी गोवा में क्रिसमस की एक रात पहले से शुरू होती है। कहानी की शुरुआत में अद्वेत (आदित्य रॉय कपूर) एक-एक करके पुलिसवालों को मार रहा है। दूसरी ओर पुलिस अफसर अनजानी आगाशी (अनिल कपूर) और माइकल रॉड्रिक्स (कुणाल खेमू) को पता नहीं लग पा रहा है कि आखिर कौन है, जो एक-एक करके सभी ऑफिसर्स की जान ले रहा है, तभी कहानी फ्लैशबैक में जाती है। पांच साल पहले की कहानी में दिखता है कि अद्वेत (आदित्य रॉय कपूर) और सारा (दिशा पटानी) गोवा ट्रिप के दौरान एक-दूसरे से मिलते हैं। दोनों के मिलने के बाद ही इन्हें एक-दूसरे से प्यार भी हो जाता है। दोनों की गोवा ट्रिप के वक्त ही एक ड्रग पेडलर जेसिका (एली अवराम) से भी मिलते हैं, लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है जब इन दोनों के साथ एक हादसा होता है और इसके बाद की कहानी सबको हिलाकर रख देती है। वहीं अद्वेत-दिशा के साथ हुए उस हादसे के बाद फिर से कहानी पांच साल बाद में पहुंच जाती है, जहां अद्वेत सीरियल किलर बनकर पुलिस ऑफिसर्स को मार रहा होता है। वहीं दूसरी तरफ माइकल और क्राइम ब्रांच के ऑफिसर अनजानी ढूंढ़ने में लगे हैं कि आखिर कौन पुलिसवालों के खून का प्यासा है। अब अद्वेत और सारा के साथ पांच साल पहले क्या होता है और इसमें पुलिस का क्या कनेक्शन है, और अद्वेत पुलिसवालों को क्यों मारता है, ये सब आपको फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा। एक्टिंग फिल्म की शुरुआत में ही आदित्य रॉय कपूर अपनी छाप छोड़ देते हैं।आदित्य ने फिल्म के लिए कड़ी मेहनत की है, ये साफ नजर आया है। दमदार बॉडी और आदित्य का इंटेस और लवर लुक काबिल-ए-तारीफ है। फिल्म में दिशा पटानी भी गजब लग रही हैं। दिशा को बराबर का स्क्रीन स्पेस दिया गया है और साथ ही वो काफी ग्लैमर्स नज़र आईं हैं। फिल्म में सरप्राइज पैकेज कुणाल खेमू और अनिल कपूर ही हैं। अनिल कपूर एक ओर जहां ड्रग एडिक्ट और बिंदास पुलिस ऑफिसर हैं तो वहीं कुणाल खेमू ने भी सबका दिल जीता है। अनिल कपूर की एक्टिंग और उनका स्टाइल पसंद आएगा। कुणाल का इंटेस और स्वीट लुक भी लोगों के बीच छाप छोड़ता है। एली अवराम को जितना स्क्रीन स्पेस मिला है और वो जिस लुक में हैं वो भी बेहतर है। फिल्म में अमृता खानविलकर भी हैं, हालांकि अमृता को ज्यादा स्क्रीन स्पेस नहीं मिला है लेकिन वो भी अपने रोल में फिट बैठी हैं। फिल्म में आदित्य-दिशा की रोमांटिक कैमिस्ट्री से आपकी नजरें नहीं हटेंगी। डायरेक्शन मोहित सूरी ने फिल्म की कमान अपने हाथ में ली है। मोहित हर बार दर्शकों के बीच कुछ नई कहानी लेकर आते हैं। मोहित ने बेहतरीन तरीके से फिल्म को डायरेक्ट किया है। फिल्म पूरी तरह से कसी हुई है। मोहित सूरी ने इस बात का ध्यान अच्छी तरह से रखा है कि आखिर सस्पेंस और किरदारों में हेर-फेर कहां और कैसे रखना है। मोहित ने फिल्म के सभी स्टार्स में कुछ ना कुछ ट्विस्ट जरूर छुपाया है, जो आपको बेहद सरप्राइज करता है. फिल्म का क्लाइमैक्स बेहद ही शानदार है। कमज़ोर कड़ी फिल्म की कमजोर कड़ी सबसे पहले तो इसका फर्स्ट हाफ है। फिल्म का फर्स्ट हाफ जरूरत से ज्यादा ही स्लो है। फिल्म शुरू होती है तो कहीं ना कहीं आप बोरियत महसूस करते हैं। हद से ज्यादा इंटेसिटी और फिल्म का धीमापन थोड़ा निराश करता है। फिल्म के डायलॉग्स भी कहीं-कहीं कमजोर लगते हैं। फिल्म की कहानी को और बेहतर ढंग से भी लिखा जा सकता था। वहीं फिल्म को देखते वक्त कहीं ना कहीं आपको मोहित सूरी की पिछली फिल्म में 'एक विलेन' की याद जरूर आएगी।