104 मौतों पर सीएम गहलोत, सीएए से ध्‍यान हटाने के लिए उठा रहे मुद्दा

Singh Anchala
जयपुर। कोटा के सरकारी अस्पताल में एक महीने के भीतर 104 बच्चों की मौत पर राजस्थान सरकार घिर गई है। इस बीच, सीएम अशोक गहलोत ने यह कहकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की है कि CAA और एनआरसी जैसे बड़े मुद्दों पर देशभर में बने माहौल से ध्यान हटाने के लिए कुछ लोग इस मुद्दे को तूल दे रहे हैं।

कोटा के जेके लोन अस्पताल में नवजात बच्‍चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। अब केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने मामले में एक उच्‍चस्‍तरीय टीम का गठन किया है। इसमें एम्‍स जोधपुर के विशेषज्ञ डॉक्‍टर, हेल्‍थ फाइनेंस ऐंड रीजनल डायरेक्‍टर और जयपुर हेल्‍थ सर्विस के लोग शामिल होंगे। यह टीम शुक्रवार को कोटा स्थित जेके लोन सरकारी अस्‍पताल पहुंचेगी।

राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया है कि इस साल शिशुओं की मौत के आंकड़ों में पिछले कुछ सालों की तुलना में काफी कमी आई है। उन्होंने अपनी सफाई में यह भी कहा, 'कुछ लोग शरारत कर रहे हैं, कुछ लोग जानबूझकर... जिस प्रकार से मीडिया में चलाया गया, उसमें कोई दम नहीं है।

आज मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात की है और उनसे कहा है कि वह खुद आकर व्यवस्था देखें। मैंने पहले भी कहा है कि पिछले 5-6 साल के अंदर सबसे कम आंकड़े अब आ रहे हैं, इतनी शानदार व्यवस्था हमने कर रखी है।' इसी दौरान उन्होंने कहा, 'नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ पूरे देश में जो माहौल बना हुआ है, उससे ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है।'

आपको बता दें कि कोटा के जे.के. लोन सरकारी अस्पताल में गत दिसंबर महीने से अब तक 104 बच्‍चों की मौत हो चुकी है। इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बच्‍चों की मौत को लेकर राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। चिट्ठी में उन्‍होंने बच्‍चों की मौत रोकने के लिए हर सहायता उपलब्‍ध कराने का आश्‍वासन दिया है।

डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, 'मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जानकारी दे दी है कि 2019 से 2020 के बीच नैशनल हेल्थ मिशन के माध्यम से जेके लोन अस्पताल को 91.7 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। राजस्थान के लिए आवंटित बजट 1788.97 करोड़ रुपये में से केवल कोटा को ही 27.45 करोड़ रुपये दिए गए हैं।

इससे पहले, अशोक गहलोत ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से कोटा के सरकारी अस्पताल का दौरा करने तथा वहां की व्यवस्थाएं व्यक्तिगत रूप से देखने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर बताया, 'मैंने केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को फोन किया और उनसे आग्रह किया कि वह खुद कोटा आएं ताकि देख सकें कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने वहां कैसे श्रेष्ठ सुविधाएं उपलब्ध करवाते हुए समुचित प्रबंध किया है।'

पिछले 6 साल में कोटा के जेके लोन अस्पताल में इतने शिशुओं की मौत

 

साल भर्ती बच्चे मौत फीसदी
2014 15,719 1,198 7.62
2015 17,569 1,260 7.17
2016 17,892 1,193 6.66
2017 17,216 1,027 5.96
2018 16,436 1,005 6.11
2019 16,915 963 5.69

गहलोत के अनुसार, 'हर्षवर्धन खुद एक चिकित्सक हैं इसलिए अगर वह कोटा के अस्पताल का दौरा करते हैं तो उन लोगों के लिए भी स्थिति स्पष्ट होगी जो जाने-अनजाने में प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।' इस मुद्दे पर विपक्षी दल लगातार गहलोत सरकार पर निशाना साध रहे हैं। गुरुवार को बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी कांग्रेस सरकार पर हमला बोला।

मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ऐक्टिव हो गई हैं। गुरुवार को उन्होंने पार्टी के राज्य प्रभारी अविनाश पांडे से ताजा हालात और अशोक गहलोत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी ली। कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर दुख जाहिर करते हुए सोनिया ने पांडे के जरिए राज्य सरकार को यह संदेश दिया है कि इस मामले में और ठोस कदम उठाए जाएं। उधर, राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले से जुड़ी रिपोर्ट सोनिया गांधी को भेज दी है।

उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ भी बच्‍चों की मौत के मामले पर कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी पर निशाना साधा है। उन्‍होंने कहा कि महिला होने के बावजूद सोनिया और प्रियंका को उन माताओं का दुख समझ में नहीं आ रहा है जिन्‍होंने अपने बच्‍चों को खो दिया है।

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