छठ के दौरान अलग-अलग हादसों में 18 बच्चों सहित 30 लोगों की हुई मौत
उन्होंने बताया कि हादसे से अफरातफरी मच गई और बाद में मलबे से दो मृतकों सहित करीब छह महिलाओं को निकाला गया। एक अन्य घटना में औरंगाबाद के देव ब्लॉक स्थित सूर्यकुंड के पास शनिवार शाम को छठ पर्व के दौरान मची भगदौड़ की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गई। औरंगाबाद के जिलाधिकारी राहुल रंजन माहीवाल ने बताया कि मृतक बच्चों की पहचान पटना निवासी सात वर्षीय बेबी और भोजपुर निवासी चार वर्षीय प्रिंस कुमार के रूप में हुई है।
आधिकारिक सूत्रों ने स्वीकार किया कि स्थानीय प्रशासन की उम्मीदों से कहीं अधिक लोग देव स्थित सूर्य मंदिर छठ पूजा के लिए पहुंच गए जिसकी वजह से भगदड़ की स्थिति पैदा हुई। डूबने की घटनाओं में समस्तीपुर के खजुरी गांव में 35 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई। इसकी जानकारी सरायरंजन के ब्लॉक विकास अधिकारी गंगासागर सिंह ने दी। बेगूसराय जिले के अंतर्गत साहेबपुर कमाल और मुफस्सिल थाना क्षेत्र में तीन बच्चों की मौत तालाब में डूबने से हुई जबकि दो अन्य को घोताखोरों ने बचा लिया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बेगूसराय जिले में शनिवार शाम चार लोगों की मौत डूबने से हुई जबकि एक अब भी लापता है जिसकी तलाश की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि वैशाली, पूर्णिया और खगड़िया जिलों में छठ पूजा के दौरान 10 बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि पूर्णिया, वैशाली और खगड़िया जिले में क्रमश: सात, छह और पांच लोगों की मौत हो गई। चार दिवसीय छठ महापर्व का समापन रविवार सुबह गंगा एवं अन्य नदियों, तलाबों के किनारे लाखों व्रतियों की ओर से उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया।