नागरिकता विधेयक पर बवाल : असम-त्रिपुरा सुलगे, सीएम और केंद्रीय मंत्री के घर हमला
जानकारी के अनुसार, बुधवार को विरोध-प्रदर्शन बेकाबू होता देख केंद्र सरकार ने सेना की तीन टुकड़ियों को भेजा है। इनमें से त्रिपुरा में दो और असम में एक टुकड़ी भेजी गई है। कश्मीर घाटी से सीआरपीएफ की 20 कंपनियां असम पहुंच गई हैं। शाम तक विशेष विमान से पांच हजार जवान गुवाहाटी पहुंच गए। बुधवार को किसी संगठन ने बंद का आह्वान नहीं किया था, लेकिन सुबह से ही जोरहाट, गोलाघाट, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, शिवसागर, बोंगईगांव, नागांव, सोनितपुर और कई अन्य जिलों में बड़ी संख्या में सड़क पर आ गए।
नाराज प्रदर्शनकारियों ने दिसपुर में सचिवालय के पास एक बस को आग के हवाले कर दिया। गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा और रबर की गोलियां तक चलानी पड़ीं। असम में अस्सी के दशक में हुए असम आंदोलन के बाद पहली बार इतनी बड़ी तादाद में आम लोग सड़कों पर उतरे हैं। प्रदर्शनकारियों के चलते गुवाहाटी एयरपोर्ट पर असम के सीएम सर्बानंद सोनेवाल कुछ देर के लिए फंसे रहे।
केंद्रीय मंत्री के घर पर भी हमला
डिब्रूगढ़ सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री रामेश्वर तेली के दुलियाजन (असम) स्थित आवास पर भी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। हमले में संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। गुवाहाटी के बाद डिब्रूगढ़ में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है। वहीं, तिनसुखिया, डिब्रूगढ़ और जोरहाट में भी सेना तैनात की गई है।
सीएम सोनोवाल के आवास पर पथराव
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के डिब्रूगढ़ में लखीनगर स्थित आवास पर बुधवार रात प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया। डिप्टी कमिश्नर पल्लव गोपाल झा ने बताया, पथराव में कुछ खिड़कियों को नुकसान पहुंचा है। वहीं, डिब्रूगढ़ में ही भाजपा विधायक प्रशंता फुकान सहित एक अन्य भाजपा नेता के घर को भी नुकसान पहुंचाया गया है।