CBSE Board Exam 2021: कक्षा 10 की परीक्षा में कोई भी छात्र फेल नहीं होगा
सीबीएसई के इस निर्णय का छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों ने समान रूप से स्वागत किया है। छात्रों के पास अंक हो सकते हैं, लेकिन उनके पास उचित उपयोग के लिए स्वयं को प्रशिक्षित करने के लिए कौशल की कमी होती है। यह सरकार की कौशल भारत पहल को ध्यान में रखते हुए भी पेश किया गया है।
CBSE द्वारा तय किए गए कौशल-आधारित शिक्षण कार्यक्रम में छात्रों की रुचि और साल दर साल बढ़ती रही है। 2020 में, जहां 20 प्रतिशत छात्रों ने कौशल-आधारित विषयों को चुना, 2021 में यह प्रतिशत बढ़कर 30 हो गया।