पीएम मोदी ने दुबई में ग्रीन क्रेडिट प्रोग्राम का वेब पोर्टल लॉन्च किया
उन्होंने निम्नीकृत बंजर भूमि पर वृक्षारोपण के माध्यम से हरित ऋण उत्पन्न करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक पहल भी शुरू की। पीएम मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि ग्रीन क्रेडिट पहल कार्बन क्रेडिट की व्यावसायिक प्रकृति से कहीं बेहतर है। प्रधानमंत्री ने कहा, व्यावसायिक मानसिकता से प्रेरित कार्बन क्रेडिट का दायरा सीमित है और इसमें संबंधित जिम्मेदारी का अभाव है। हमें व्यक्तिगत लाभ को प्राथमिकता देने वाली विनाशकारी मानसिकता से दूर जाने की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा, ग्रीन क्रेडिट पहल इस आधार पर संचालित होती है कि पर्यावरण संरक्षण व्यक्तिगत विकास के साथ जुड़ा हुआ है। इस पहल में निम्नीकृत बंजर भूमि की एक सूची बनाना शामिल है, जिसका उपयोग व्यक्तियों और संगठनों द्वारा रोपण के लिए किया जा सकता है। पर्यावरणीय रूप से सकारात्मक कार्य करने वाले प्रतिभागियों को व्यापार योग्य हरित क्रेडिट प्राप्त होंगे।
पंजीकरण से लेकर वृक्षारोपण, सत्यापन और हरित क्रेडिट जारी करने तक की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल किया जाएगा। इस मंच का उद्देश्य वैश्विक नीतियों, प्रथाओं और हरित ऋण की मांग को प्रभावित करना है। ग्रीन क्रेडिट पहल अक्टूबर में घरेलू स्तर पर लॉन्च किए गए ग्रीन क्रेडिट कार्यक्रम को प्रतिबिंबित करती है। यह व्यक्तियों, समुदायों और निजी क्षेत्र द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में स्वैच्छिक पर्यावरणीय कार्यों को पुरस्कृत करने वाला एक अग्रणी बाजार-आधारित तंत्र है।