मैं 'मेरी झोपड़ी जल गई' जैसे बोल वाले गाने नहीं गा सकती: आशा भोसले

Kumari Mausami

बॉलीवुड डेस्क. दिग्गज सिंगर आशा भोसले ने एक बातचीत में बताया कि आखिर क्यों वे पिछले कुछ सालों से बॉलीवुड से दूरी बनाए हुए हैं। उनके मुताबिक, इसकी सबसे बड़ी वजह संगीत और गाने के बोलीं की घटिया क्वालिटी है। करीब 6 दशक तक बॉलीवुड में अपनी आवाज का जादू बिखेर चुकीं 86 वर्षीय आशा ने कहा, "मैंने हाल ही में एक मराठी प्रोजेक्ट में काम किया। मैं 'मेरी झोपड़ी जल गई' जैसे बोल वाले गाने नहीं गा सकती। इसके अलावा मुझे लगता है कि आज कल जो गाने बन रहे हैं, वे मेरे लायक नहीं। ऐसे गानों में महिलाओं के लिए बमुश्किल ही कोई लाइन होती है।" 

 

 

न पैसों की जरूरत, न शोहरत की चाहत: आशा

आशा की मानें तो अगर उन्हें कोई अच्छा गाना मिलेगा तो वे जरूर गाएंगी। वे कहती हैं कि आजकल लोगों के पास सोचने के लिए ज्यादा वक्त नहीं है, क्योंकि उनका ज्यादातर समय फोन पर बीतता है। कोई भी अच्छे गाने नहीं लिख रहा है। आशा की मानें तो उनकी नजरों में 'फेविकोल से' और  'शीला की जवानी' जैसे गाने हकीकत में गाने ही नहीं हैं। बॉलीवुड से दूरी के सवाल पर वे कहती हैं, "न तो मुझे पैसों की जरूरत है और न ही शोहरत की चाहत। मैंने इंडस्ट्री में अपना नाम बनाया है।"

 

 

लता मंगेशकर  की सेहत पर भी बात की

आशा ने इस इंटरव्यू में अपनी बहन लता मंगेशकर की सेहत को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा, "दीदी अब एकदम फिट और फाइन  हैं।" गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में लता मंगेशकर को सांस लेने में दिक्कत एक चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया था, जहां वे 28 दिन तक भर्ती रही थीं। उन्हें निमोनिया हो गया था। 

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