सुप्रीम कोर्ट ने सेवानिवृत विमानवाहक पोत आईएनएस विराट के विघटन प्रक्रिया को रोका

Kumari Mausami
सर्वोच्च न्यायालय ने बुधवार को भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा प्रदान करने वाले विमानवाहक पोत 'आईएनएस विराट' के विघटन को रोक दिया, जो लगभग तीन दशकों से भारतीय नौसेना की सेवा में था। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला एक फर्म द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई करने के बाद आया है, जिसमें विमानवाहक पोत को समुद्री संग्रहालय और बहुआयामी साहसिक केंद्र में बदलने की मांग की गई थी।

भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली पीठ ने केंद्र और सरकार को INS विराट को खरीदने वाली फर्म को नोटिस जारी किया। एनविटेक मरीन कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की फर्म ने इसे एक संग्रहालय में बदलने के लिए 100 करोड़ रुपये में डिकम्फोर्स्ड एयरक्राफ्ट कैरियर खरीदने की पेशकश की थी।

फर्म ने एक संग्रहालय में बदलने के बाद गोवा में ज़ुआरी नदी में आईएनएस विराट को डॉक करने का प्रस्ताव दिया। गोवा सरकार भी इस परियोजना के लिए कथित तौर पर बोर्ड पर आ गई है और इस संबंध में रक्षा मंत्रालय को लिखा गया है। युद्धपोत का एक बड़ा हिस्सा पहले ही ध्वस्त हो चुका है।सेंटूर-क्लास एयरक्राफ्ट कैरियर, आईएनएस विराट, मार्च 2017 में रिटायर होने से पहले 29 साल तक भारतीय नौसेना के साथ सेवा में रहा था।

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