
अन्ना यूनिवर्सिटी यौन उत्पीड़न मामला: "सर" पर AIADMK का सवाल, स्टालिन का करारा जवाब
तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता और AIADMK प्रमुख ई. पलानीस्वामी ने मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने जांच को जल्दी में निपटाया ताकि उस "सर" नामक व्यक्ति को बचाया जा सके, जिसका जिक्र एफआईआर में किया गया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि दोषी को सजा दिलाने में जनता की आवाज की बड़ी भूमिका रही।
पलानीस्वामी का सवाल:
ई. पलानीस्वामी ने कहा, "एफआईआर में 'सर' का ज़िक्र है। उसे क्यों बचाया गया? स्टालिन सरकार ने कैसे सिर्फ ज्ञानसेकरन को दोषी ठहराकर केस बंद कर दिया? जब AIADMK की सरकार बनेगी, तब सभी सच्चाई सामने आएगी।"
मुख्यमंत्री स्टालिन का जवाब:
मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पलानीस्वामी के आरोपों का करारा जवाब देते हुए कहा,
"तमिलनाडु पुलिस ने तत्परता से काम किया और पांच महीनों में निष्पक्ष जांच कर दोषी को सख्त सजा दिलवाई। हाई कोर्ट और महिला अदालत ने पुलिस की सराहना की है। कुछ सीमित सोच वाले लोग, जो महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सिर्फ दिखावा करते हैं, अब शर्मिंदा हो गए हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि इस संवेदनशील मामले में भी विपक्ष ने राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की, जो निंदनीय है।
घटना का विवरण:
यह शर्मनाक घटना 23 दिसंबर को घटी थी, जब आरोपी ज्ञानसेकरन अन्ना यूनिवर्सिटी के परिसर में घुसा और पहले पीड़िता की एक दोस्त पर हमला किया। इसके बाद उसने 19 वर्षीय छात्रा के साथ दुष्कर्म किया और घटना का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश की।
घटना के दिन ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। आरोपी ने अदालत में सजा में राहत की मांग करते हुए अपनी बूढ़ी मां और आठ वर्षीय बेटी की देखभाल का हवाला दिया था, लेकिन अदालत ने सभी 11 आरोपों पर दोषी करार देते हुए उसे उम्रकैद की सजा सुनाई।