वायु शक्ति अभ्यास में भारतीय वायुसेना अपना कौशल प्रदर्शित करेगी
पोखरण रेंज में हर तीन साल में वायु शक्ति अभ्यास आयोजित होता है। विशेष रूप से, कुल भाग लेने वाले आईएएफ विमानों में से 109 लड़ाकू जेट होंगे।वायुसेना अभ्यास वायु शक्ति अभ्यास में आकाश मिसाइल प्रणाली और स्पाइडर मिसाइल प्रणाली भी तैनात करेगी। अमेरिका से खरीदे गए परिवहन विमान सी17 और सी130जे भी अभ्यास में भाग लेंगे।
भारतीय वायु सेना 6 से 27 मार्च, 2022 तक यूके के वैडिंगटन में एक्स कोबरा वॉरियर 22 नामक एक बहु राष्ट्र वायु अभ्यास में भी भाग लेगी। आईएएफ लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस भी इसमें यूके और अन्य प्रमुख वायु सेनाओं के लड़ाकू विमानों के साथ अभ्यास भाग लेगा। इस अभ्यास का उद्देश्य भाग लेने वाली वायु सेना के बीच परिचालन जोखिम प्रदान करना और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना है, जिससे युद्ध क्षमता में वृद्धि और दोस्ती के बंधन को मजबूत करना है। यह एलसीए तेजस के लिए अपनी गतिशीलता और परिचालन क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच होगा।