'मेरा भी सपोर्ट है': गैस सिलेंडर के साथ स्मृति ईरानी की पुरानी फोटो ट्वीट कर बोले राहुल

Kumari Mausami

दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की हार के बाद बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है. इसको लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर तंज कसा है और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को आईना दिखाया है.

 

 

राहुल गांधी ने स्मृति ईरानी की एक पुरानी तस्वीर भी ट्वीट की है, जिसमें स्मृति ईरानी और बीजेपी कार्यकर्ता गैस सिलेंडर के साथ जोरदार विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. यह स्मृति ईरानी की उस समय की तस्वीर है, जब केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए की सरकार थी.

 

 


यूपीए सरकार के दौरान गैस सिलेंडर के दाम बढ़ने पर बीजेपी ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था. स्मृति ईरानी गैस सिलेंडर लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ सड़क पर उतरी थीं और विरोध प्रदर्शन किया था.

 

 

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'मैं एलपीजी सिलेंडर के दाम 150 रुपये बढ़ने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे बीजेपी के इन सदस्यों से सहमत हूं.' राहुल गांधी ने मोदी सरकार से गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाने के फैसले को वापस लेने को भी कहा है.

 

 


आपको बता दें कि बुधवार को पेट्रोलियम कंपनियों ने बड़ा झटका देते हुए बिना सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम में 150 रुपये का इजाफा किया था. अब उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर के लिए दिल्ली में 144.50 रुपये, कोलकाता 149 रुपये, मुंबई में 145 रुपये और चेन्नई में 147 रुपये ज्यादा देने पड़ेंगे.

 

 


इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की वेबसाइट के मुताबिक देश के चार प्रमुख महानगरों दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में रसोई गैस सिलेंडर के दाम बढ़कर अब क्रमश: 858.50 रुपये, 896 रुपये, 829.50 रुपये और 881 रुपये हो गए हैं. गैस सिलेंडर की नई दर 12 फरवरी से लागू भी हो गई है.

 

 

इससे पहले गैस सिलेंडर के दाम में एक जनवरी 2020 को इजाफा किया गया था. इसके बाद एक फरवरी को 14.2 किलोग्राम वाले गैर सब्सिडी वाले सिलेंडर के दाम में बदलाव नहीं किया गया था, लेकिन 19 किलो वाले सिलेंडर का दाम बढ़ा दिया गया था. गैस सिलेंडर के दाम में ताजा इजाफा दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद देखने को मिला है.

 

 

11 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आए, तो आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत दर्ज की, जबकि बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को 70 में से 62 सीटों पर फतह मिली, जबकि बीजेपी को सिर्फ 8 सीटों से संतोष करना पड़ा.

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