पूर्व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा बोले, दिवालिया होने की कगार पर केंद्र सरकार
यात्रा में शामिल सिन्हा ने कहा कि मोदी सरकार, गिरती अर्थव्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए नागरिकता कानून लेकर आई है। यह सरकार अर्थव्यवस्था से संबंधित समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है और आंकड़ों से छेड़छाड़ कर यह दिखाने की कोशिश की सब ठीक है। लेकिन आंकड़ों से हमेशा हेराफेरी नहीं की जा सकती। सरकार अब इस बात को मान रही है और कह रही है कि वह इससे निपटने के लिए कदम उठा रहे हैं।
सिन्हा ने दावा किया कि वित्त मंत्रालय ने सभी विभागों को आवंटित किए गए बजट का 33 के बजाए 25 फीसदी इस्तेमाल करने को कहा है। निजी निवेशक निवेश नहीं कर रहे हैं। बैंकों का एनपीए कम होने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। साल 2016 की नोटबंदी का असर ग्रामीण क्षेत्रों से शुरू होकर शहरी क्षेत्रों तक पहुंचा जिसके चलते मांग में गिरावट हुई जिसका असर अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र पर पड़ रहा है और यह सुस्त हो रही है।