राष्ट्रपति भी लगा चुके हैं मुहर, 4 महिलाओं समेत ये हैं वो 35 लोग जिन्हें होनी है फांसी

Kumari Mausami

निर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों को अलग-अलग जेल से लाकर तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में रखना. जल्लाद की व्यवस्था के लिए उत्तर प्रदेश (UP) के जेल प्रशासन को चिठ्ठी लिखना. बिहार (Bihar) की बक्सर जेल (Buxar Jail) में तैयार खास फांसी देने वाली 10 रस्सियों का ऑर्डर देना. ये सब वो इंतजाम हैं जो इशारा दे रहे हैं कि निर्भया के दोषियों को कभी भी फांसी दी जा सकती है. लेकिन इन चार दोषियों के अलावा 35 और ऐसे लोग हैं जिन्हें फांसी दी जानी है. इनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं. राष्ट्रपति इनकी दया याचिकाओं को भी खारिज कर चुके हैं.

 

 

ये हैं वो चार महिलाएं, जिन्हें दी जानी है फांसी

हरियाणा की रहने वाली सोनिया, यूपी की शबनम और महाराष्ट्र की रेणुका-सीमा. इन चार महिलाओं की फांसी पर भारत के राष्ट्रपति भी अपनी मुहर लगा चुके हैं. सोनिया और शबनम अपने-अपने परिवार के सभी सदस्यों की हत्या करने की दोषी ठहराई गई हैं. सोनिया के पिता हिसार के विधायक थे. सोनिया का पति संजीव तो शबनम का प्रेमी सलीम भी जेल में फांसी दिए जाने का इंतजार कर रहा है.

 

 


वहीं रेणुका और सीमा बच्चों को अगवा कर उनसे भीख मंगवाने और बाद में काम के लायक न रहने पर उनकी हत्या की दोषी ठहराई गई हैं. एक और दोषी इनकी मां की जेल में ही सजा के दौरान मौत हो चुकी है.

 

 

निठारी कांड का दोषी सुरेंद्र कोहली भी है कतार में

चार महिलाओं और 31 पुरुषों की फेहरिस्त में एक नाम निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली का भी है. वर्ष 2014 में कोली की दया याचिका को राष्ट्रपति खारिज कर चुके हैं. कोली को मेरठ की जेल में फांसी देने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गईं थी. लेकिन ऐन वक्त पर कोली की फांसी पर रोक लग गई और वो फांसी के फंदे से बच गया.कसाब, अफज़ल और मेमन को हुई थी आखिरी फांसी

 

 

अगर पिछली हुई तीन फांसी की बात करें तो वो आतंकवादी अजमल कसाब, अफजल गुरु और याकूब मेमन को दी गईं थी. ये तीनों फांसी वर्ष 2012, 2013 और 2015 में दी गईं थी. अफजल और कसाब संसद हमले से जुड़े थे तो मेमन मुंबई ब्लॉस्ट में शामिल था. इन तीन फांसी के चार साल बाद ये पहला मौका है जब निर्भया केस के दोषियों को फांसी दिए जाने की तैयारी चल रही है.

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