अब भारत करने जा रहा परमाणु मिसाइल का परिक्षण
रक्षा सूत्रों के अनुसार, पनडुब्बी से छोड़ी जाने वाली के-4 बैलिस्टिक मिसाइल की जांच तक़रीबन पूरी हो चुकी है और शुक्रवार 8 अक्टूबर को अब्दुल कलाम मिसाइल परीक्षण स्थल से इसका टेस्ट किया जाएगा। इस परीक्षण के दौरान DRDO मिसाइल प्रणाली में उन्नत प्रणालियों का टैस्ट करेगा। 12 मीटर लम्बी के-4 सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल ठोस इंधन से भरी हुई है और इसके वारहेड पर दो हजार किलो के परमाणु या पारम्परिक विस्फोटक रखे जा सकते हैं। इस मिसाइल के माध्यम से भारत दुश्मन के परमाणु हमले का प्रभावी जवाबी हमला करने की क्षमता प्राप्त कर लेगा।
के-4 मिसाइल को नेवी में शामिल करने के बाद भारत को एक विश्वसनीय त्रिआयामी परमाणु क्षमता मिलेगी। समुद्र के अंदर महीनों तक छिपी रहने की क्षमता वाली अरिहंत पनडुब्बी पर इस मिसाइल की तैनाती से पाकिस्तान व चीन ने पहले ही चिंता व्यक्त की है। दोनों देशों ने गत वर्ष कहा था कि भारत संयुक्त राष्ट्र के प्रावधानों का हनन कर रहा है।