निपटा लें अपने सारे काम, लगातार 5 दिन बंद रहेंगे बैंक

Kumari Mausami
नवरात्र की शुरुआत 29 सितंबर से होने वाली है। नवरात्र की शुरुआत होते ही फेस्टिव सीजन का आगाज हो जाएगा, और लोग खरीदारी में जुट जाएंगे. लेकिन इससे पहले आपको नकदी की किल्लत से जूझना पड़ सकता है। इसलिए अगले तीन दिनों के अंदर ही आप नकदी का इंतजाम कर लें।


नवरात्र की शुरुआत 29 सितंबर से होने वाली है। नवरात्र की शुरुआत होते ही फेस्टिव सीजन का आगाज हो जाएगा, और लोग खरीदारी में जुट जाएंगे। लेकिन इससे पहले आपको नकदी की किल्लत से जूझना पड़ सकता है। इसलिए अगले तीन दिनों के अंदर ही आप नकदी का इंतजाम कर लें।


बता दें, 26 और 27 सितंबर को बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। ये कर्मचारी 10 सरकारी बैंकों के विलय का विरोध कर रहे हैं। फिर 28 सितंबर को महीने का चौथा शनिवार होने की वजह से छुट्टी रहेगी और 29 को रविवार है।



लगातार 26 से 29 तक बैंक बंद रहने के बाद 30 सितंबर को खुलेंगे, लेकिन इस दिन भी अर्धवार्षिक समापन होने के कारण बैंकों में लेन-देन नहीं होगा।लिहाजा लगातार 5 दिनों तक बैंक बंद होने से आम आदमी के साथ-साथ कारोबारियों को दिक्कतें आ सकती हैं।



ATM में नकदी संकट की आशंका
पांच दिन तक लगातार बैंक बंद रहने से एटीएम पर असर पड़ सकता है। एटीएम में पैसे नहीं होने से नकदी की किल्लत बढ़ सकती है, क्योंकि एटीएम में दो दिन की नकदी क्षमता होती है। हड़ताल और फिर बैंक बंद रहने से 5 दिन तक एटीएम में नकदी नहीं डाली जाएगी।



चेक क्लियर होने में लगेगा ज्यादा वक्त
अगर आप हड़ताल और बंदी के दौरान बैंक में चेक डालते हैं तो फिर क्लियर में हफ्ते भर का वक्त लग सकता है, क्योंकि 25 सितंबर को लगाया गया चेक 3 सितंबर तक क्लियर हो पाएगा। एक अक्टूबर को चेक क्लियर होगा और फिर 2 को गांधी जयंती की वजह से छुट्टी है। ऐसे में 3 सितंबर को खाते में पैसा आएगा।



बैंकिंग सेक्‍टर के चार ट्रेड यूनियन संगठनों ने 25 सितंबर की आधी रात से 27 सितंबर की मध्यरात्रि तक हड़ताल बुलाई है। यानी 26 और 27 सितंबर को आम लोगों के बैंकिंग से जुड़े कामकाज प्रभावित होंगे।



सरकार द्वारा 10 बैंकों का विलय कर 4 बैंक बनाने के फैसले के​ विरोध में 4 यूनियनों ने हड़ताल पर जाने का ऐलान किया है, जिसमें ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशंस, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस और नेशनल ऑर्गेनाइेशन बैंक ऑफिसर्स हैं।



हालांकि, हड़ताल के दौरान बैंकों के आधिकारिक की छुट्टी नहीं है, ऐसे में उम्मीद है कि इंटरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन RTGS, NEFT, IMPS और UPI ट्रांसफर जैसी सुविधांए न बंद हों।



वहीं देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई का कहना है कि प्रस्तावित 2 दिन की हड़ताल के दौरान में बैंक में कामकाज प्रभावित हो सकता है। लेकिन बैंक ने अपनी शाखाओं और कार्यालयों में सामान्य कामकाज के लिए सभी व्यवस्थाएं की हैं।



गौरतलब है कि पिछले महीने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बैंकों के विलय का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि सरकारी क्षेत्र के 10 बैंकों का विलय करके 4 बैंक बनाए जाएंगे। सरकार के इस फैसले का बैंकिंग सेक्टर के अलग-अलग ट्रेड यूनियन विरोध कर रहे हैं। यूनियनों का कहना है कि इससे हजारों नौकरियां जाने के साथ ही नॉन परफार्मिंग असेट (NPA) भी बढ़ेगा।


Find Out More:

Related Articles: