शंघाई फिल्म फेस्टिवल की शान बनी फिल्म 'सुई धागा', कंपटीशन सेक्शन में चुनी गई इकलौती हिंदी फिल्म
आत्मनिर्भरता की तलाश में लगे पति पत्नी के प्यार और स्वाभिमान की दिल को छू लेने वाली कहानी सुई धागा को भारतीय दर्शकों ने काफी सराहा है। फिल्म में लीड किरदार कर रहे कलाकारों वरुण धवन और अनुष्का शर्मा के किरदारों को समीक्षकों ने भी फिल्म की रिलीज के वक्त काफी सराहा था। छोटे से कस्बे में रहने वाले मौजी और ममता के संघर्ष और उनके भीतर छुपी कुछ कर दिखाने की ललक की कहानी वरुण और अनुष्का के करियर में मील का पत्थर बन चुकी है।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता निर्माता मनीष शर्मा और निर्देशक शरत कटारिया की फिल्म दम लगाके हईशा के बाद ये दूसरी फिल्म रही। शंघाई फिल्म फेस्टिवल के कंपटीशन सेक्शन में सुई धागा के चुने जाने पर मनीष शर्मा कहते हैं, ‘भारत के स्थानीय कारीगरों के हुनर को फिल्म सुई धागा सलाम करती है। ये कहानी इन कारीगरों के भीतर छुपी उद्यमिता की भावना को दिखाती है। इस मानवीय दृष्टिकोण वाली कहानी ने दुनिया भर में सराहना सिर्फ इसीलिए बटोरी क्योंकि ये कहानी भाषा, प्रांत और पहचान से ऊपर उठकर मानवीय जिजीविषा को दर्शाती है।
’फिल्म सुई धागा के लीड कलाकार वरुण धवन और अनुष्का शर्मा भी इस कामायाबी से काफी खुश दिखे। वरुण कहते हैं, ‘सुई धागा फिल्म बहुत दिल से बनाई गई है। ये श्रमजीवी लोगों के आत्मसम्मान पाने के संघर्ष की दास्तां है। मुझे पूरी उम्मीद है कि ये फिल्म शंघाई फिल्म फेस्टिवल में भी लोगों का दिल जरूर जीत लेगी।’ वहीं अनुष्का शर्मा कहती हैं, ‘शंघाई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के कंपटीशन सेक्शन में फिल्म सुई धागा का चुना जाना मेरे लिए बहुत खास मायने रखता है। फिल्म की कहानी में पूरी दुनिया के दर्शकों को प्रभावित करने की क्षमता है और इस विषय पर हमारा भरोसा शुरू से कायम रहा।’