पढाई में कमजोर आईआईटियन छात्रों को B.Sc की डिग्री देगा IIT
यह प्रावधान उन छात्रों के लिए किया जा रहा है जो कमजोर पड़ रहे हैं या किन्ही अन्य कारणों से चार साल की पूरी पढ़ाई करने के इच्छुक नहीं हैं।
बीटेक कर रहे जो छात्र तीन साल में पढ़ाई छोड़ने का विकल्प चुनेंगे उनके लिए बीएससी की नई डिग्री सृजित की जाएगी। काउंसिल आईआईटी की वैश्विक रैकिंग को सुधारने के उपायों पर भी चर्चा की गई। विदेशी छात्रों एवं शिक्षकों की संख्या बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
आईआईटी में छात्रों को उद्यमिता की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। उद्यमिता का एक अलग ऐच्छिक पेपर होगा। जिस पर क्रेडिट दिए जाएंगे। पिछले कुछ दशकों में आईआईटी छात्रों में स्टार्टअप को लेकर बढ़े रुझान के चलते ये फैसला लिया गया है।