फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल एसोसिएशन यानी फाडा ने UM Lohia मोटर्स टू-व्हीलर कंपनी पर कानूनी शिकंजा कस दिया है। फेडरेशन ने कंपनी को डीलर्स के साथ बेईमानी और धोखाधड़ी करने के आरोप में कंपनी को कई कानूनी नोटिस भेजे हैं। अमेरिकन बाइक निर्माता कंपनी UM Motorcycle कंपनी ने भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए लोहिया ऑटो के साथ संयुक्त उद्यम लगाने की साझेदारी की थी, लेकिन आपसी झगड़ों की वजह से कंपनी ने पिछले साल अक्टूबर में देश में अपने आपरेशंस बंद कर दिए थे।
डीलर्स के साथ बेईमानी और धोखाधड़ी
फाडा का कहना है कि यूएम लोहिया के प्रोमोटर्स और प्रबंधन ने डीलर्स के साथ बेईमानी और धोखाधड़ी की है। आयुश लोहिया और जोस मिगुल विलेगस के चलते डीलरों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। साथ ही डीलरों को ग्राहकों की तरफ से किए गए मुकदमों का भी सामना करना पड़ रहा है।
2,500 लोग बेरोजगार
फाडा ने सरकार से इस मामले में दखल देने का भी अनुरोध किया है, ताकि भारतीय निवेशकों के साथ कोई धोखाधड़ी न हो और उन्हें उचित मुआवजा मिले। यूएम लोहिया की गलत नीतियों के चलते तकरीबन 80 डीलरशिपों पर ताला लग गया और उन्हें 150 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है और करीब ढाई हजार से ज्यादा लोग बेरोजगार हो गए हैं।
लिए थे 25-25 लाख रुपये
कंपनी ने डीलरशिप देने से पहले सभी डीलर्स से 25-25 लाख रुपये सिक्योरिटी डिपोजिट के तौर पर रखवाए थे। चंडीगढ़ के एक यूएम डीलर का कहना है कि कंपनी ने कभी वक्त पर बाइकों की डिलीवरी नहीं की और न ही कभी सिक्योरिटी डिपोजिट वापस किया। हर डीलर ने शोरूम बनाने में कम से कम दो से तीन करोड़ रुपये खर्च किए थे।
काशीपुर में बनाती थी बाइक्स
फाडा को मिली सूचना के मुताबिक यूएम ने अपनी आधी हिस्सेदारी किसी दूसरे अमेरिकी पार्टनर को बेच दी है, जिसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। यूएम मोटरसाइकिल और लोहिया ऑटो के बीच 2014 में पार्टनरशिप हुई थी, जिसके बाद यूएम लोहिया टू-व्हीलर्स अस्तित्व में आई। कंपनी ने बड़े जोश के साथ उत्तराखंड के काशीपुर में स्थित प्लांट में मई, 2016 से कॉमर्शियल प्रोडक्शन शुरू किया था, लेकिन वहां उत्पादन बंद कर दिया गया। डीलर्स का कहना है कि कंपनी हर दो महीने में संकेत देती है कि कंपनी जल्द ही उत्पादन शुरू करने वाली है लेकिन ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है।
वित्तीय संकट में घिरी UM
कई डीलरों को कहना है कि कंपनी नए लॉन्च को लेकर भी उत्पादन शुरू नहीं करने वाली है और न ही ऐसी कोई योजना बना रही है। वहीं लोहिया ऑटो के सीईओ आयुश लोहिया का कहना है कि कंपनी के जल्द आपरेशन शुरू होने की कोई उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है क्योंकि यूएम की तरफ से कोई सपोर्ट नहीं मिल रहा है। लोहिया का कहना है कि अमेरिका में यूएम को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है, जिसके चलते वह वित्तीय संकट में घिर गई है। वहीं डीलर्स ने 90 लाख से एक करोड़ रुपये खर्च करके कंपनी की डीलरशिप ली थी, लेकिन इसके चलते वे बड़ी परेशानी में आ गए हैं।